कल्याणी( टुंडे न्यूज़):रविवार को ब्रिगेडियर शांतनु दाश के महत्त्वपूर्ण नेतृत्व में एनसीसी कल्याणी ग्रुप हेडक्वार्टर्स ने एक अद्वितीय मॉडल जी 20 सम्मेलन का आयोजन किया. यह असाधारण घटना मुख्यालय के अधिकारियों और एनसीसी कैडेट्स की भागीदारी का सक्षी था, जो सेनियर डिवीजन / विंग के अधिकारियों और कैडेट्स थे, प्रत्येक अपने संबंधित जी 20 राष्ट्रों का प्रतिनिधित्व कर रहे थे. सम्मेलन 10 सितंबर को आयोजित किया गया था और यह युवा नेताओं के लिए एक उत्कृष्ट मंच के रूप में कार्य किया और वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए रणनीतियाँ प्रस्तुत करने का माध्यम बना.48 बंगाल बटालियन एनसीसी के कैडेट समृद्धि गुहा ने भारत के प्रधानता का प्रतिनिधित्व करने के लिए मंच पर कदम रखा. कैडेट गुहा ने इंडोनेशिया को उसके मार्गदर्शन और समर्थन के लिए वर्ष 2023 के दौरान आभार व्यक्त किया. उन्होंने भारत के सामाजिक और चिकित्सा अनुसंधान, गरीबी उपशमन कार्यक्रमों, और आर्थिक नीतियों में कई महत्वपूर्ण कदमों की चर्चा की, विशेष रूप से स्वास्थ्य और चिकित्सा अनुसंधान, गरीबी उपशमन कार्यक्रमों, और आर्थिक नीतियों में जो सुधार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से थे, जिनका उद्देश्य बेहतर विश्व व्यापार को सुविधाजनक बनाना था.सम्मेलन का एक प्रमुख केंद्रीय बिंदु जलवायु परिवर्तन और उसकी कमी थी. कैडेट गुहा ने भारत की इस महत्वपूर्ण मुद्दे के समाधान के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने 2030 और 2047 के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य बताए, जिसमें भारत का लक्ष्य न केवल विकसित राष्ट्र की स्थिति प्राप्त करने का है बल्कि स्वयं को एक कार्बन न्यूट्रल देश के रूप में स्थापित करने का भी है. इस घोषणा को सभी उपस्थित लोगों ने सराहा और प्रोत्साहित किया.
सम्मेलन में प्रत्येक देश के प्रतिष्ठानित प्रतिनिधियों ने अपने देश के प्रयासों और प्राप्तियों को आर्थिक और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में साझा किया. जीवाणु ऊर्जा को सशक्त ध्वनि किया गया, जिसमें साझा वैश्विक प्रतिबद्धता का प्रतिष्ठान है जो सतत विकास की दिशा में नौजवानों को प्रोत्साहित करने के रूप में दिशानिर्देश करती है. प्रत्येक राष्ट्र ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के एक महत्त्वपूर्ण कदम के रूप में जीवाणु ऊर्जा स्रोतों की दिशा में अपनी समर्पणा प्रकट की.आखिरकार, वर्ष 2024 के प्रशासन का मंत्र ब्राज़िल को सौंप दिया गया.सम्मेलन के अंत के पास, ब्रिगेडियर शांतनु दाश ने सफल विचार विमर्शो और विचारों के उपयोगी परिवर्तन पर अपनी संतोषीकरण व्यक्त की. उन्होंने उन मंचों की महत्वपूर्णता को उजागर किया जो युवाओं की भागीदारी को वैश्विक नीतियों को आकार देने में प्रोत्साहित करते हैं.
घटना भारत से ब्राज़िल को प्रधानता की एक यादगार हस्तांतरण के साथ समाप्त हुई. प्रतिष्ठानों ने संगठन के सभी प्रतिबद्धियों की पुनरावृत्ति की है कि वे जीवाणु ऊर्जा स्रोतों को अपनाकर पर्यावरण की सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन का समर्थन करेंगे। यह संक्रमण जी 20 राष्ट्रों के यत्रा में उनके प्रयासों की बिना रुके विनती की सततत्ता का प्रतीक है, जो एक बेहतर दुनिया की पुरस्कृति के लिए है.