नई दिल्ली (टुडे न्यूज़): भारत-चीन के बीच जारी विवाद को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में जो हुआ, इसको लेकर आपने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर को सुना भी और प्रेजेंटेशन को भी देखा । न वहां कोई हमारी सीमा में घुस आया है और न ही कोई घुसा हुआ है, न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है।
सर्वदलीय बैठक को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा कि आप सभी दलों ने जो विचार रखे हैं, वो बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। हम सभी देश की सीमाओं की रक्षा में लगे हमारे वीर जवानों के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं। उन्होंने आगे कहा कि मैं आपको भी आश्वस्त कर रहा हूं कि हमारी सेना देश की रक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। डिप्लॉयमेंट हो, एक्शन हो, काउंटर एक्शन हो, जल-थल-नभ में हमारी सेनाओं को देश की रक्षा के लिए जो करना है, वो कर रही हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने जहां एक तरफ सेना को अपने स्तर पर उचित कदम उठाने की छूट दी है, वहीं दूसरी तरफ डिप्लोमैटिक माध्यमों से भी चीन को अपनी बात दो टूक स्पष्ट कर दी है। उन्होंने कहा कि नया बुनियादी ढांचा खड़ा होने से गश्त की हमारी क्षमता बढ़ी है। विशेषकर वास्तविक नियंत्रण रेखा पर। यह बैठक लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद बुलाई गई थी।