कोलकाता (टुडे न्यूज़): दक्षिण बंगाल सीमांत क्षेत्र से मवेशियों व अन्य सामानों की तस्करी पर अंकुश लगने के बाद अब तस्कर वन्यजीव पक्षियों की बांग्लादेश से भारत में आए दिन तस्करी की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के सतर्क जवान लगातार उनके मंसूबे पर पानी फेर रहे हैं।
बीएसएफ की 153वीं वाहिनी ने उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक बार फिर वन्य जीवों की तस्करी को नाकाम करते हुए दुर्लभ प्रजाति के 20 कबूतरों को तस्करों के चंगुल से बचाया है। इन कबूतरों को रात के अंधेरे में सीमा चौकी दोबिला के सीमावर्ती इलाके से होकर बांग्लादेश से भारत में तस्करी के उद्देश्य से लाने की कोशिश की जा रही थी।
सतर्क जवानों ने कबूतर के साथ एक बांग्लादेशी तस्कर को भी गिरफ्तार किया है। बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि एक खुफिया सूचना के आधार पर शनिवार देर रात विशेष घात लगाकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। पकड़ा गया तस्कर पहले भी विभिन्न प्रकार के सामानों की तस्करी में शामिल रहा है। 153वीं वाहिनी के कमांडेंट जवाहर सिंह नेगी ने बताया कि 24 जुलाई, शनिवार रात लगभग 11:17 बजे पक्षियों की तस्करी के बारे में खुफिया सूचना प्राप्त हुई। इसके बाद कंपनी कमांडर को तुरंत निर्देशित कर सीमा चौकी दोबिला के संदिग्ध इलाके में विशेष घात (एम्बुश) लगाया गया।रात लगभग 2:50 बजे एम्बुश दल ने दो संदिग्ध व्यक्तियों (तस्कर) की हरकतें देखी जो अंतरराष्ट्रीय सीमा क्रॉस कर भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे।जब एम्बुश पार्टी ने चुनौती दी, तो वे तस्करों ने वापस बांग्लादेश की तरफ भागने की कोशिश की। लेकिन जवानों ने पीछा करके अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास तीन प्लास्टिक के बैग के साथ एक तस्कर को पकड़ लिया जबकि एक तस्कर अंधेरे व पानी का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा। जब्त तीनों बैग को खोलने पर उसमें से 20 कबूतर मिला। बीएसएफ अधिकारियों का कहना है कि आमतौर पर ये कबूतर इधर नहीं देखे जाते हैं, इसीलिए यह दुर्लभ किस्म का है।