- इस हमले में 17 लोगों की मौत हुई, पुलिस को शक- इनमें से 8 आतंकी
- ईस्टर के दिन हुए 8 धमाकों में 253 लोगों की मौत हुई थी, इसकी जिम्मेदारी भी आईएस ने ली थी
- पुलिस और जांच एजेंसियों को छापों के दौरान आईएस के झंडे और यूनिफार्म मिलीं
कोलंबो. पूर्वी श्रीलंका के शहर कालमुनाई में शुक्रवार को हुए फिदायीन हमले की जिम्मेदारी भी आतंकी संगठन आईएस ने ली है। इसमें 17 लोगों की मौत हुई थी। पुलिस काे शक है कि इनमें से आठ आतंकी थे। आईएस के मुखपत्र अल-अमाक न्यूज ने शनिवार को कहा कि हमले में मारे गए लोग पुलिस अधिकारी थे। इसके साथ ही दो आतंकियों की तस्वीरें भी जारी की गईं। दावा किया गया है कि ये दोनों- हमले में शामिल थे।
श्रीलंका में इससे पहले ईस्टर के दिन 21 अप्रैल को चर्च और फाइव स्टार होटलों में हुए आठ धमाकों में 253 लोग मारे गए थे। इनमें 10 भारतीयों समेत 39 विदेशी नागरिक थे।
मारे गए 17 लोगों में 6 बच्चे, 3 महिलाएं
ईस्टर पर श्रीलंका में हुए सिलसिलेवार धमाकों के बाद से श्रीलंकाई सुरक्षाबल संदिग्ध जगहों पर छापे मार रहे हैं। सेना के अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को हुए आतंकी हमले में 17 लोगों की मौत हुई। मृतकों में छह बच्चे, तीन महिलाएं शामिल हैं। अधिकारियों को संदेह है कि बाकी आठ शव आतंकियों के हैं।
आतंकियों के ठिकानों से पुलिस को मिले झंडे और ड्रोन
बट्टीकलोआ में ही एक और ठिकाने पर छापेमारी के दौरान पुलिस को इस्लामिक स्टेट के झंडे, मिलिट्री की वर्दी, सुसाइड जैकेट, 150 जिलेटिन की छड़ें, हजारों स्टील पैलेट और ड्रोन कैमरे मिले। शुक्रवार शाम को ही सुरक्षा परिषद की बैठक में अधिकारियों ने फैसला लिया था कि आतंकियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा, जब तक खतरा पूरी तरह हट नहीं जाए।
आतंकियों की खोज में जुटे 10 हजार से ज्यादा सैनिक
श्रीलंका में सीरियल ब्लास्ट के बाद से ही करीब 10 हजार सैनिक आतंकी ठिकानों पर छापेमारी में जुटे हैं। अब तक करीब 100 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। इसमें पाकिस्तानी नागरिकों का एक समूह भी शामिल है। राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने शुक्रवार को कहा था कि इस्लामिक स्टेट से जुड़े 140 संदिग्धों की खोज की जा रही है।