भारती घोष भी रविवार को टीएमसी कार्यकर्ताओं से झड़प में घायल हो गईं, जिसके बाद वह फूट-फूटकर रोने लगीं
पूर्व आईपीएस अफसर और सीएम ममता बनर्जी की करीबी रहीं घाटल सीट से बीजेपी उम्मीदवार भारती घोष भी रविवार को टीएमसी कार्यकर्ताओं से झड़प में घायल हो गईं। इस झड़प के बाद वह फूट-फूटकर रोने लगीं। भारती ने आरोप लगाया कि बीजेपी के पोलिंग एजेंट्स को बूथ के अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। जब वो इसकी शिकायत करने के लिए बूथ पर पहुंचीं तो उनके साथ भी मारपीट की गई। चुनाव आयोग ने इस शिकायत के संबंध में जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है।
क्या है मामला?
भारती घोष घाटल लोकसभा सीट से टीएमसी कैंडिडेट और बंगाली फिल्म स्टार दीपक अधिकारी के खिलाफ मैदान में हैं। मामला पश्चिमी मिदनापुर के केशपुर का है। भारती का आरोप है कि बूथ नंबर 206 और 207 पर बीजेपी के पोलिंग एजेंट्स को अंदर घुसने नहीं दिया जा रहा था। भारती जब इस बात कि शिकायत करने के लिए बूथ पर पहुंची तो टीएसी महिला विंग की कार्यकर्ताओं ने उनपर हमला कर दिया। झड़प के दौरान भारती रोने लगीं और सिक्योरिटी गार्ड्स ने उन्हें किसी तरह बचाया।
वेस्ट मिदनापुर की एसपी रहीं हैं घोष
पूर्व आईपीएस अधिकारी घोष वेस्ट मिदनापुर में ही सुपरीटेडेंट ऑफ पुलिस (एसपी) रह चुकी हैं और पहले ममता की काफी करीबी भी मानी जाती थीं। फरवरी 2019 में ही घोष ने बीजेपी जॉइन की है। साल 2017 में उन्हें स्टेट आर्म्ड पुलिस की तीसरी बटालियन में ट्रांसफर किया गया था। 28 दिसंबर 2019 को घोष ने डीजीपी सुरजीत पुरकायस्थ को अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया था।
बता दें कि भारती पहले सीएम् ममता को ‘मां’ कहकर संबोधित किया करती थीं। भारती यूएन के शांति मिशन पर कोसोवो, चाड, सोमालिया, हैती और नैरोबी में भी सेवाएं दे चुकी हैं। साल 2011 में घोष वापस लौटीं और उन्हें वेस्ट मिदनापुर और झारग्राम का एसपी बनाया गया था. IPS बनने से पाहे घोष हारवर्ड से पढाई कर चुकी हैं और कलकत्ता मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट में पढ़ा भी चुकी हैं। घोष पर साल 2016 विधानसभा चुनावों के दौरान टीएमसी का पक्ष लेने के आरोप लगे थे जिसके बाद उन्हें चुनाव ड्यूटी से हटा दिया गया था।