पटना : चांद का दीदार मंगलवार को करने के साथ ही रमजान का पाक माह समाप्त हो गया। आज पूरे बिहार में लोग हर्ष और उल्लास के साथ ईद मना रहे हैं। सुबह से ही ईदगाहों में अकीदतमंदों की भीड़ है। इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पटना के गांधी मैदान पहुंचकर लोगों को मुबारकबाद दी। ईद के मौके पर बिहार के विभिन्न मस्जिदों और ईदगाहों में लोगों ने नमाज अता की और दुआएं मांगी। रमजमान के अंतिम दौर में सियासत भी तेज रही है।
इफ्तार पार्टी के बहाने नेताओं की सियासी जुगलबंदी भी देखने को मिली। वर्ष 1925 से गांधी मैदान में ईद की अता की जा रही नमाज में शामिल हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ईद-उल-फितर की मुबारकवाद दी। साथ ही कहा कि सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए। सभी धर्मों का सम्मान नहीं करनेवाला धार्मिक नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि पवित्र रमजान के महीने में रोजेदारों द्वारा की गयी इबादतों और रोजे से रोजेदारों के घर परिवार के साथ प्रदेश और देश में शांति एवं समृद्धि आये तथा समाज में अमन-चैन, भाईचारा पूरे तौर पर कायम रहे, यह कामना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष सूखे की आशंका है। उन्होंने अकीदतमंदों से बारिश के लिए दुआ मांगने की बात कही। साथ ही कहा कि हम सभी बिहारवासियों का जीवन सुख, शांति, समृद्धि से भरा रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत एक महान देश है। यहां विभिन्न धर्मों, संप्रदायों एवं मतावलंबियों के बीच पारस्परिक सौहार्द, प्रेम और सहिष्णुता बेमिसाल है। यहां सभी लोग एक दूसरे के पर्व त्याहारों में शामिल होकर खुशियां बांटते हैं और एक दूसरे के धर्मों का सम्मान करते हैं। इसी से प्रदेश एवं देश को ताकत एवं मजबूती मिलती है, जिसकी बदौलत प्रतिकूल परिस्थितियों में भी देश की एकता और अखंडता अक्षुण्ण रहती है। मुख्यमंत्री ने बिना किसी का नाम लिये कहा कि रमजान को लेकर सियासी बयानबाजी पर कहा कि अपशब्दों से बचना चाहिए। साथ ही कहा कि खबरों में बने रहने के लिए लोग ऐसे बयान देते हैं।
बुधवार की सुबह राजधानी पटना सहित पूरे बिहार में ईद की नमाज पढ़ी जा रही है। गांधी मैदान पहुंचे मुख्यमंत्री छोटे-छोटे बच्चों से भी मिले और ईद की मुबारकबाद दी। ईद की मुबारकबाद देने का सिलसिला गांधी मैदान में उपस्थित लोगों के साथ-साथ पूरे बिहार में जारी है। इसके अलावा फोन और सोशल मीडिया पर भी ईद की मुबारकबाद जमकर दी जा रही है।