पांडवेश्वर महाविद्यालय में हिंदी दिवस के ‘हीरक जयंती समारोह’ का आयोजन।

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पांडवेश्वर( टुंडे न्यूज़). पश्चिम बर्धमान जिला में स्थित पांडवेश्वर महाविद्यालय के द्वारा हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में हिंदी विभाग और आई.क्यू.ए.सी के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय राज्य स्तरीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया . “वैश्विक परिदृश्य में हिंदी रोजगार की विविध दिशाएं” विषयक इस संगोष्ठी में बतौर प्रमुख अतिथि उपस्थित थे. इस मौके रवींद्र भारती विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक प्रतीक सिंह ने कथा सम्राट प्रेमचंद को पुष्पांजलि देकर एवं दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया . स्वागत भाषण आई.क्यू.ए.सी की समन्वयिका डॉ. संचारी भट्टाचार्य ने दिया. विषय प्रवर्तन हिंदी विभागाध्यक्षा प्रो. कविता दास ने किया. उद्घाटन वक्तव्य कॉलेज के प्राचार्य डॉ. जयंत मुखर्जी ने देते हुए रवींद्र नाथ ठाकुर को स्मरण करते हुए उनकी बात दोहराई कि अन्य भारतीय भाषाएं नदियां हैं और हिंदी महानदी. उन्होंने हिंदी विभाग की सराहना करते हुए हिंदी को लेकर जागरूकता और सक्रियता बढ़ाने की बात की. कॉलेज के जी.बी के सभापति नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने कॉलेज प्रशासन की तरफ से अनुपस्थित होते हुए भी समस्त सहयोग किया. अपना वक्तव्य रखते हुए प्रतीक सिंह ने कहा कि हिंदी को अन्य भारतीय भाषाओं का सहयोग चाहिए, एक
साथ मिलकर आगे बढ़ने और हिंदी की रोजगारपरकता और हिंदी के औद्योगिक क्षेत्र में बढ़ावा ही वह कारण बन पाएगा जिससे हिंदी की विकास यात्रा को और तीव्र किया जा सकता है. इस कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ. विकास साव ने हिंदी की सामासिक संस्कृति का उल्लेख किया एवं राज्य की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी के द्वारा इस दिशा में किए गए प्रयासों को काफी कारगर बताया. मुख्यमंत्री के द्वारा हिंदी माध्यम का महाविद्यालय, हिंदी विश्वविद्यालय, हिंदी माध्यम से बीएड डिग्री, हिंदी अकादमी और हिंदी प्रकोष्ठ की स्थापना करने से यह प्रमाणित होता है कि पश्चिम बंगाल सही दिशा में हिंदी की गति को लेकर सकारात्मक तरीके से आगे बढ़ रहा है. विभाग के विद्यार्थियों के द्वारा कार्यक्रम में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए. धन्यवाद ज्ञापन हिंदी विभागाध्यक्षा प्रो. कविता दास ने दिया. कार्यक्रम में अन्य विभागों के शिक्षकगण एवं सहायक कर्मचारी वृंद ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. छात्र संगठन के सदस्यों ने भी कार्यक्रम की सफलता के लिए हर संभव सहायता किया.

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