हुगली : भारतीय जनता पार्टी के हुगली संसदीय सीट से नवनिर्वाचित सांसद लॉकेट चटर्जी ने सिंगुर के सिंघेरभेड़ी इलाके में उद्योग लगाने की मांग पर धरना प्रदर्शन की। सिंगुर में कारखाना निर्माण हो ऐसा इच्छुक किसानों को लेकर आज नैनो कारखाना के निकट दुर्गापुर एक्सप्रेस हाईवे के किनारे किसानों के साथ बातचीत की और वह धरना प्रदर्शन की। लॉकेट चटर्जी ने बताया की धरना प्रदर्शन उनका आज सांकेतिक तौर पर किया गया है। उन्होंने कहा कि मौजूदा राज्य सरकार सिंगुर आंदोलन के बदौलत राज्य की सत्ता में आई। यहां के किसानों को गलत भरमा कर आंदोलन करवाया गया था। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नैनो कार का कारखाना नहीं होने दी थी। ढेर सारे किसानों ने कारखाना में काम करने के लिए ट्रेनिंग लिया था और आज सभी बेरोजगार हैं। रोजी रोटी के लिए घूम रहे हैं। इसलिए सिंगुर में उद्योग लगना जरूरी है।

10 सालों से यहां के किसानों ने काफी तकलीफें झेली है। आज ममता दीदी के साथ आंदोलन करने वाले किसान आज यहां मौजूद हैं। सभी चाहते हैं उद्योग लगे। इस बात को वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताएगी। मौके पर भारतीय जनता पार्टी के राज्य सचिव सायंतन बसु सहित अन्य कई नेता उपस्थित थे। श्री बसु ने कहा 2021 में सत्ता परिवर्तन होने पर केन्द्र व राज्य सरकार मिलकर यहाँ उद्योग स्थापित करेंगे। आज किसानों ने आज अपनी जगह का पर्चा का जेराक्स और उद्योग लगाने की मांग पर लिखित ज्ञापन लॉकेट चटर्जी को सौंपा।
दूसरी तरफ कुछ किसानों ने कहा कि कि उनकी जमीन अनेक आंदोलन करके वापस मिली है और उसमें वे लोग कृषि कार्य शुरू किए हैं। अगर फिर से उस जमीन को अधिग्रहण किया गया तो फिर आंदोलन शुरू होगा। कृषि जमीन रक्षा कमिटी के नेता व हरिपाल के विधायक बेचाराम मन्ना ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस उद्योग का कभी विरोध नहीं करती। लेकिन जबरन जमीन अधिग्रहण का विरोध सिंगूर में किया गया था। फिर से अगर जमीन अधिग्रहण कि अगर कोई कोशिश होगी तो तृणमूल कांग्रेस फिर से अधिग्रहण का विरोध करेगी। सिंगुर शिल्प विकास समिति के अध्यक्ष डॉ उदयन दास ने कहा कि उद्योग की मांग पर अरसे से आंदोलन कर रहे हैं। 5 सालों से लगातार प्रधानमंत्री को चिट्ठी भेज चुके हैं। लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कोई उत्तर नहीं मिला है। ऐसे में उद्योग के नाम पर किसानों को केवल बरगलाना है। इससे सिंगुर की जमीन को लेकर और भी समस्याएं पैदा होगी।