यूपी में पस्त हो चुकी कांग्रेस में फिर से जान फूंकने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पार्टी में बड़े बदलाव की रूपरेखा तैयार की है। अनुभवी लोगों के बदले वे संगठन में युवाओं को तवज्जों देना चाहती है उन्होंने कांग्रेस नेताओं को जिला कमेटियों के लिए 40 वर्ष या इससे कम के नेताओं की तलाश करने को कहा है।
प्रियंका ने कहा है कि जिला कमेटी के सदस्यों में से 50 पर्सेंट से अधिक की आयु 40 वर्ष से कम होनी चाहिए। यूपी की जिला स्तर की कमेटियों को भंग करने के बाद कांग्रेस की जनरल सेक्रेटरी, इंचार्ज, प्रियंका गांधी ने राज्य में पार्टी में बड़े बदलाव की रूपरेखा तैयार की है।
प्रियंका के चार सूत्रीय एजेंडा में जिले में नेतृत्व टीम में ओबीसी और एससी समुदाय के नेताओं की हिस्सेदारी शामिल है। पार्टी की नजर राज्य में किसान नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और छात्र नेताओं पर भी है। उन्हें कांग्रेस में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। पार्टी में बड़े बदलाव की योजना में इंडियन यूथ कांग्रेस जैसे पार्टी के प्रमुख संगठनों को मजबूत करने पर भी ध्यान दिया जाएगा।
वही यूपी में अगले कुछ महीनों में उपचुनाव का चुनावी बिगुल बजने वाला है। सूबे की 12 सीटों पर भी विधानसभा चुनाव होने हैं अगर कांग्रेस उपचुनाव के रण में उतरती है तो प्रियंका के कंधे पर कांग्रेस की खिसक चुकी जमीन को वापस अपने पाले में लाने की होगी।
प्रियंका के जुलाई से पूर्व उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के दौरे की योजना भी बनाई जा रही है वो हर जिले में संगठन की स्थिति की समीक्षा और पार्टी कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श करेंगी। 2019 लोकसभा चुनाव में राज्य में कांग्रेस सिर्फ एक सीट जीत पाई थी, जो उसका अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन है।
प्रियंका गांधी को पूर्वी यूपी का प्रभारी बनाया गया था लेकिन मोदी लहर के आगे कांग्रेस की मजूबत दीवार अमेठी में भी गिर गई ऐसे में 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले यूपी में कांग्रेस को फिर से खड़ा करने की प्रियंका के सामने बड़ी चुनौती होगी।