कोलकाता । संविधान रचयिता भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीम राव अंबेडकर की 129 वीं जयंती समारोह मंगलवार को नोआपाड़ा कारसेड, मेट्रो रेलवे के द्वारा धूमधाम से मनाई गई। इस जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व रेलवे के सेक्रेटरी समीर दास, मण्डलीय अध्यक्ष सुब्रतो मंडल और नोआपाड़ा कारसेड के अध्यक्ष डी. सी. राय के साथ-साथ खास अतिथि के तौर पर एस. एस. मुखर्जी, उज्वल साह, आशुतोष प्रसाद, कौशल कुमार काशी, राकेश रावल भी उपस्थित थे। इस समारोह की शुरूआत बाबा साहेब की फोटो पर माल्यार्पण कर के किया गया। बाबा साहेब की जयंती के अवसर पर उनके मूल्यों को जन जन तक पहुंचाने का प्रयास करने पर जोर दिया गया। इस मौके पर समीर दास ने कहा कि हमारा उद्देश्य बाबा साहब के विचारों को जन जन तक पहुंचाना है। मुझे गर्व है कि बाबा साहेब ने देश को संविधान दिया। आपको बता दें कि भारत के संविधान निर्माता, चिंतक, समाज सुधारक डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म मध्य प्रदेश के महू में 14 अप्रैल 1891 को हुआ था। उनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और माता का नाम भीमाबाई था। वे राष्ट्र के प्रतीक-पुरुष व संविधान शिल्पी थे। वे जातिगत एवं अन्य पूवाग्रहों से मुक्त भारत के निर्माण के लिए आजीवन संघर्षरत रहे। वे एक ऐसा समाज चाहते थे जहाँ महिलाओं व कमजोर वर्गों को समान अधिकार प्राप्त हों । वे जातिगत एवं अन्य पूवाग्रहों से मुक्त भारत के निर्माण के लिए आजीवन संघर्षरत रहे। वे एक ऐसा समाज चाहते थे जहाँ महिलाओं व कमजोर वर्गों को समान अधिकार प्राप्त हों। उन्होंने सामाजिक समरसता पर बल देते हुए हमेशा शोषितों और पीड़ितों के लिए आवाज बुलंद की। वे महिला उत्थान के भी प्रबल पक्षधर थे और उन्हें सशक्त, सबल एवं शिक्षित करने पर बल दिया। इस दौरान बाबा साहेब डॉ. भीम राव आंबेडकर की 129 वीं जयंती समारोह को सफल बनाने के लिए बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे ।










