कोलकाता : अखिल भारतीय अनुसूचित जाति/ जनजाति रेलवे कर्मचारी समिति, मुख्यालय, पूर्वी रेलवे की ओर से शुक्रवार को विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया। इस अवसर पर फेयरली प्लेस स्थित आडिटोरियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। मौके पर संजय सिंह गहलोत अतिरिक्त महाप्रबंधक, पूर्वी रेलवे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने आदिवासियों के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए इस दिवस पर अपने विचार व्यक्त किए। इस दौरान घनश्याम तमसाय, चीफ मैटेरियल मैनेजर (सेल), पूर्व रेलवे एवं समिति के जोनल सचिव समीर कुमार दास, सुचेता गोलदार सहित अन्य उपस्थित थे। अतिथियों द्वारा डॉ. बीआर अंबेडकर एवं बिरसा मुंडा की तस्वीर पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम को शुरू किया गया। इस दौरान बालिकाओं एवं महिलाओं ने आदिवासी नृत्य प्रस्तुत किया। इस दिन एआइएससी एवं एसटीआरईए, पूर्व रेलवे की ओर से हावड़ा के लिलुआ स्थित डब्ल्यूएसए ग्राउंड में भी भव्य कार्यक्रम के माध्यम से विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया। इस अवसर पर घनश्याम तमसाय, चीफ मैटेरियल मैनेजर (सेल), पूर्व रेलवे मुख्य अतिथि तथा अखिल भारतीय अनुसूचित जाति/ जनजाति रेलवे कर्मचारी समिति के जोनल सचिव समीर कुमार दास मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे।
समीर कुमार दास ने कहा इस दिवस को लेकर लोगों में कुछ भ्रांतियां हैं। कुछ लोग इसे मूल निवासी दिवस बताते हैं, लेकिन आज विश्व आदिवासी दिवस ही है। उन्होंने आदिवासियों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने की जरूरत बताई। मुख्य अतिथि घनश्याम तमसाय ने अधिकारों की प्राप्ति के लिए आदिवासियों को शिक्षा के लिए प्रेरित किया। इसके साथ ही उन्होंने इस जाति को संगठित होने पर भी जोर दिया। मौके पर सुचेता गोलदार ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस दौरान वरूण महतो, ननिगोपाल महतो, कंकन कुमार, कार्तिक सोरेन सहित अन्य पदाधिकारी एवं सदस्य गण उपस्थित थे।